उत्तर - शहद की मक्खियों की भी बस्तियां होती हैं। इनकी एक बस्ती में 60 हजार तक मक्खियां हो सकती हैं। मक्खियों के कई काम हैं। शुरू में ये छत्तों की सफाई और पॉलिश करने का काम करती हैं। कुछ दिनों बाद ये अंडों से निकले बच्चों का पालन-पोषण करती हैं और फिर फूलों के पराग से शहद जुटाने के लिए जाती हैं।
क्या आप जानते हैं कि मक्खियां फूलों के रस को शहद में कैसे बदल देती हैं। शहद इन मक्खियों का भोजन होता है, अत: शहद बनाने का काम अपनी बस्तियों की मक्खियों के लिए भोजन जुटाने का काम है। शहद जुटाने के लिए ये मक्खियां फूलों पर जाती हैं। फूलों में पुष्प रस होता है, जिसे ये मक्खियां चूस कर अपनी शहद की थैली में जमा कर छत्ते तक जाती हैं।
क्या आप जानते हैं कि मक्खियां फूलों के रस को शहद में कैसे बदल देती हैं। शहद इन मक्खियों का भोजन होता है, अत: शहद बनाने का काम अपनी बस्तियों की मक्खियों के लिए भोजन जुटाने का काम है। शहद जुटाने के लिए ये मक्खियां फूलों पर जाती हैं। फूलों में पुष्प रस होता है, जिसे ये मक्खियां चूस कर अपनी शहद की थैली में जमा कर छत्ते तक जाती हैं।
शहद की थैली मक्खी के पेट के पास होती है। पेट पर इस थैली को अलग करने के लिए बीच में एक वाल्व होता है। पुष्प रस (नेक्टर) में उपस्थित चीनी में एक रासायनिक परिवर्तन होता है। नेक्टर में जो पानी होता है, वह छत्ते से वाष्पीकरण द्वारा उड़ जाता है। इसके बाद यह शहद छत्ते में बहुत समय तक रखा जा सकता है।