तारों की आभासी गति का क्या कारण है ?
यदि हम आसमान में तारों को अधिक समय तक देखें तो हम पाते हैं कि तारे पूर्व में उदय होकर वृत्तीय पथ पर चलते हुए पश्चिम में अस्त हो जाते हैं जबकि वास्तव में वे आकाश में स्थिर होते हैं। इस गति में उनकी सापेक्षिक स्थितियां नहीं बदलती है। इससे ऐसा लगता है कि तारे पृथ्वी के परित: परिक्रमा कर रहे हैं अथवा खगोलीय गोला पृथ्वी के परित: घूर्णन कर रहा है। आसमान में पूर्व से पश्चिम की ओर गति करते हुए प्रतीत होते हैं। ध्रुव तारा पृथ्वी के उत्तरी ध्रुव के सीधे ऊपर स्थित होता है, अत: यह पृथ्वी की घूर्णन अक्ष की सीध में होता है जिसके कारण वह आसमान में स्थिर दिखाई देता है।
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